राजा रवि वर्मा, आधुनिक भारतीय चित्रकला का पर्याय माने जाते हैं । उन्होंने पश्चिमी शैली का प्रयोग कर भारत के मिथकीय चरित्रों को अपनी कल्पना के द्वारा सुन्दर रंगों में उकेरा। राजा रवि वर्मा ने सरस्वती, दुर्गा, नल-दमयंती तथा दुष्यंत-शकुंतला जैसे पौराणिक चरित्रों पर आधारित बेहद खूबसूरत चित्र बनाये। पौराणिक चरित्र होने के बावजूद इन चित्रों की शैली पारंपरिक भारतीय चित्रकला शैली से बिलकुल हटकर थी। प्रस्तुत चित्र "देवी सरस्वती" उनके द्वारा सन 1896 में बनाया गया था जो कि वर्तमान में, महाराजा फ़तहसिंह संग्रहालय, लक्ष्मी विलास पैलेस, वड़ोदरा, गुजरात में प्रदर्शित है।
चित्र स्त्रोत: http://en.wikipedia.org/wiki/File:Saraswati.jpg
मंगलवार, 8 फ़रवरी 2011
शनिवार, 5 फ़रवरी 2011
विजुअल आर्ट (दृश्य कला)
विजुअल आर्ट (दृश्य कला)
यानि अभिव्यक्ति का रचनात्मक व कलात्मक माध्यम
अर्थात अपने विचारों, भावों व संवेदनाओं कों विभिन्न प्रयोगों के द्वारा सरलता से आकर्षक बनाकर प्रस्तुत करना। विजुअल आर्ट के इस व्यापक क्षेत्र में विभिन्न शाखाओं के अपने विशेष गुण व उनकी अपनी रचनात्मक उपयोगिता है।
इसके अर्न्तगत प्रमुखत:
पेटिंग - चित्रकला, ग्राफिक्स (प्रिन्टमेकिंग), म्यूरल, टेक्सटाइल कला
एप्लाइड आर्ट - व्यावहारिक कला/कमर्शियल आर्ट, इलस्ट्रेशन, एनिमेशन, टाइपोग्राफी, फोटोग्राफी, छपाई कला
प्लास्टिक आर्ट - स्कल्पचर या मूर्तिकला ,पॉटरीइस या बर्तन बनाना
कला इतिहास व कला सम्बन्धित अन्य विषयों का अध्ययन किया जाता है।
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